जगजीत सिंह-चित्रा सिंह की गाई एक चर्चित गजल है, अपनी आग को जिंदा रखना कितना मुश्किल है, पत्थर बीच आइना रखना कितना मुश्किल है। हममें से ज्यादातर लोगों ने सुनी होगी लेकिन इस गजल के बोलों की तर्ज पर हकीकत में जिंदगी जी रही हैं भोपाल की एक महिला फोटोग्राफर भावना जायसवाल। कैमरा हाथ में होता है तो भावना एक अलग ही दुनिया के दीदार कराती हैं। उनके लेंस का दायरा इतना व्यापक है कि उसमें जिंदगी के अलहदा और चटख रंग कुलांचे भरते हैं। देखने वाला भावना के कैमरे के कैनवास में कभी अटखेलियां करता है तो कभी भावना के कैमरे के साथ उदास और बेजार महसूस करने लगता है।
बीमारियों के चलते 6 सर्जरी करा चुकीं भावना पॉजिटिव माइंड सेट को जिंदगी में आगे बढ़ने का मूलमंत्र मानती हैं। पिछले 20 साल से भोपाल के पॉलिटेक्निक कॉलेज में नौकरी कर रही भावना ने महिला दिवस के मौके पर अपनी जीवन यात्रा पर विस्तार से बात की। उनका कहना है कि जीवन पथ पर अवॉर्ड नहीं काम बोलता है, अगर आप अपने शौक को जुनून बनाकर मेहनत करते हैं तो देर सबेर आपके काम को पहचान मिलती है।
2012 में देश के आठ अलग-अलग शहरों में 12 अलग विषयों पर आधारित उनकी फोटो एग्जिबीशन लग चुकी हैं। इन एग्जिबीशन के जरिए लोगों ने उनके हुनर को करीब से देखा और पहचाना। साल भर में 14 फोटो प्रदर्शनी का गौरव हासिल कर चुकी भावना का 2010 के हरिद्वार कुंभ में मध्यप्रदेश सरकार की तरफ से ऑफीशियल फोटोग्राफर रह चुकी हैं। कुंभ के दौरान खींचे गए उनके फोटोग्राफ्स ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। 2016 के उज्जैन सिंहस्थ मेले में भी वो प्रदेश सरकार की तरफ से भेजी गई अकेली महिला फोटोग्राफर थीं।
नीचे देखिए भावना जी के कैमरे से ली गईं कुछ और खूबसूरत तस्वीरें….
नीचे देखिए भावना जी के कैमरे से ली गईं कुछ और खूबसूरत तस्वीरें….
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