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मिलिए नारी शक्ति को नई पहचान देने वाली जिंदादिल शख्सियत श्रेष्ठा गोयल से

mayank_admin 3 years ago
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कहते हैं महिलाएं जब ठान लेती हैं तो वो नामुमकिन को भी मुमकिन कर देती हैं। फिर चाहे वो घर की जिम्मेदारी उठाना हो या बाहर जाकर काम करना। आज हम आपको नए भारत में नारी शक्ति की मिसाल पेश करने वाली एक ऐसी ही शख्सियत से रूबरू कराने जा रहे हैं जिन्होंने अपने पैशन और मजबूत इरादों के बूते जिंदगी में एक बड़ा मुकाम तो हासिल किया ही साथ ही अपने दौर की हर भारतीय महिला के लिए इंस्पिरेशन बनकर उभरीं।

महिलाओं की जिंदगी उस कच्ची मिट्टी की तरह होती है जो अलग-अलग सांचों में ढलकर अपने अलग-अलग रूप बदलती है। एक मां, एक बेटी, एक बहन, एक बहू, एक सास, एक सखी और एक साथी। ना जाने कितने ही किरदार निभाने पड़ते हैं एक महिला को अपनी जिंदगी में। अपनी पहचान के लिए जिंदगी भर जद्दोजहद करनी पड़ती है। बावजूद इसके कुछ ऐसी भी महिलाएं हैं जिन्होंने घर की जिम्मेदारी के साथ ना सिर्फ अपनी पहचान खुद बनाई है, बल्कि अपने वजूद को नाम भी दिया है। श्रेष्ठा गोयल भी एक ऐसी ही शख्सियत हैं, जो समाज की बेहतरी,बदलाव और वुमन एम्पावरमेंट के लिए एक साथ कई क्षेत्रों में प्रभावी भूमिका निभा रही हैं।असल जिंदगी की कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जो हमें सपनों पर यक़ीन करना सिखाती हैं। श्रेष्ठा की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। आज श्रेष्ठा समाज की उन महिलाओं के लिए एक रोल माडल हैं, जो शादी के बाद अपनी खुद की पहचान खोकर जिम्मेदारियों के बोझ तले अपने सपनों को तिल-तिल कर मरते देखती हैं। श्रेष्ठा की कहानी उन्हें जिंदगी में आगे बढ़ने का हौसला तो देती ही है साथ ही खुद के वजूद पर यकीन रख अपनी पहचान बनाने का साहस भी देती है।मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से ताल्लुक रखने वाली श्रेष्ठा गोयल एक बेहद सक्सेसफुल बिजनेस वुमन, एक जिम्मेदार मां, एक जिम्मेदार पत्नि और एक जिम्मेदार बहू होने के साथ ही दो ऐसे पावरफुल वुमन ग्रुप की फाउंडर भी हैं, जो कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनूठे तरीके से काम कर रहा है। श्रेष्ठा एक फार्मास्टिकल कंपनी की डायरेक्टर और संस्थापक होने के साथ ही वुमन एम्पॉवरमेंट के लिए एडवेंचर वुमन ग्रुप और एन्टरप्रेन्योर ग्रुप भी संचालित कर रही हैं।

महिलाओं को प्लेटफार्म देने बनाया बिजनेस वुमन ग्रुप

श्रेष्ठा WIA बिजनेस वुमन ग्रुप की फाउंडर हैं जो भारत सरकार के साथ मिलकर वुमन एम्पपावरमेंट पर काम कर रहा है। इस ग्रुप का मकसद इंटरनेशनल मार्केट में बिजनेस वूमन का पार्टिसिपेशन बढ़ाना है। इसके जरिए बिजनेस वुमन के करियर को प्लेटफार्म देने के साथ ही ग्रुप की मीटिंग में इंटरनेशनल और डोमेस्टिक ट्रेड फेयर, गवर्नमेंट सप्लाई, फंड मैनेजमेंट, एक्सपोर्ट-इंपोर्ट, न्यू बिजनेस आइडिया, लाइसेंस, गारमेंट सब्सिडी जैसे विषयों से जुड़ी जरूरी जानकारी सेमिनार के जरिए दी जाती है। समय-समय पर महिलाओं के लिए कई तरह के ट्रेनिंग प्रोग्राम भी आयोजित किए जाते हैं।वुमन एडवेंचरस ग्रुप मध्यप्रदेश का पहला ऐसा ग्रुप है जो एडवेंचर एक्टिविटी के जरिए वुमन एम्पपावरमेंट और वुमन सेल्फ कॉन्फिडेंस पर  काम कर रहा है। इस ग्रुप में इंदौर की 3000 से ज्यादा महिलाएं शामिल हैं। एडवेंचरस वुमन ग्रुप साहसी महिलाओं का एक ऐसा ग्रुप है जो इंदौर में महिलाओं के लिए साहसिक और चुनौतियों से भरी एक्टिविटी प्लान करता है। जहां महिलाएं अपने जोश-जुनून और हौसले का  अद्भुत परिचय देकर नारी शक्ति के नए-नए स्वरूप से दुनिया को रूबरू करा रही हैं। -10 तापमान पर एक्टिविटी करते हुए ग्रुप की सदस्य

सोच को सलाम: एडवेंचरस टूर के जरिए महिलाओं का आत्मबल और आत्मविश्वास बढ़ाने की श्रेष्ठा की सोच वाकई सराहनीय है। बदलाव की बयार का माद्दा रखने वाली ऐसी सोच ही इस देश की असल शक्ति है और श्रेष्ठा जैसे चेंजमेकर्स ही नए भारत के असल शिल्पकार हैं।

ये ग्रुप हर सीजन में एक एडवेंचर ट्रिप प्लान करता है।वुमन एडवेंचरस ग्रुप ग्रुप का उद्देश्य महिलाओं में जागरूकता लाने के साथ ही छोटी-छोटी चुनौतीपूर्ण गतिविधियों के जरिए महिलाओं के सेल्फ कान्फिडेंस और सकारात्मक सोच को बढ़ावा देना है। ग्रुप द्वारा समय-समय पर एडवेंचर कार रैली,ऑफ रोडिंग, फॉरेस्ट डे ट्रैकिंग, फॉरेस्ट नाइट ऑफ, रीवर क्रासिंग, रोडिंग  सेल्फ ड्राइव, मड रन और पैराग्लाइडिंग जैसी साहसिक गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।जोखिम भरे रास्तों पर बड़ी एसयूवी गाड़ियां चलाना और खतरों से खेलना अब तक मर्दों का काम माना जाता था लेकिन इंदौर की इस डेयरिंग लेडी ने अब तस्वीर पूरी तरह बदलकर रख दी है। इंदौर की महिलाएं भी अब ऑफ रोड रेसिंग, विंटेज कार रैली, मड रैली और एडवेंचर राइड जैसे कारनामे कर सबको चौंका रही हैं।

बढ़ता है कांफिडेंस लेवल

पॉजिटिव इंडिया से बात करते हुए श्रेष्ठा कहती हैं कि उबड़-खाबड़ पहाड़ी और चुनौतीभरे रास्तों,पानी और पत्थरों पर गाड़ी दौड़ाती हूं तो खुद का कांफिडेस लेवल भी बढ़ता है। ऑफ रोड ड्राइविंग पैशन बन गया है। अब बच्चों को भी साथ लेकर जाती हूं। शहर के शोर-शराबे से दूर कहीं जंगलों में कुदरत के करीब जाकर एक अलग से सुकून मिलता है।

खतरनाक रास्तों पर मिला हमसफर

बिजनेस बूमन और एडवेंचर लवर श्रेष्ठा गोयल को बचपन से ही चुनौतीभरे रास्तों पर ड्राइविंग का शौक था जो कॉलेज टाइम तक जुनून बन चुका था। श्रेष्ठा ट्रैकिंग और ऑफ रोड राइड करती थीं। 16 साल पहले ऐसी ही एक एक्टिविटी में उनकी मुलाकात शिरीष गोयल से हुई और दोनों ने अपने शौक के सफर को सात जन्मों के सफर में तब्दील करने का फैसला लिया और शादी कर ली। शिरीष को ऑफ रोडिंग और मोटर स्पोर्टस का शौक था। दोनों ने मिलकर अपने इस शौक को और परवान पर चढ़ाया।

एक बेहद कामयाब विजनेस वुमन श्रेष्ठा एडवेंचर लवर होने के साथ ही बैडमिंटन की नेशनल प्लेयर भी रह चुकी हैं। श्रेष्ठा ने साइकोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन भी किया है। इसके अलावा वो आकाशवाणी इंदौर में महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर लगातार प्रोग्राम्स भी करती रहती हैं।

खतरनाक रास्तों पर ड्राइविंग का जुनून रखने वाली श्रेष्ठा कई ऑफलोडिंग प्रतियोगिता में अपने हुनर का जलवा दिखा चुकी हैं। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हुई मड रैली में श्रेष्ठा विनर रहीं।।

हिम्मत मत हारो,करते रहो कोशिश, आसान हो जाएंगे रास्ते

श्रेष्ठा अतीत के पन्नों को पलटते हुए बताती हैं कि जब मैं मां बनने वाली थी तब किसी कॉम्प्लीकेशन की वजह से डॉक्टर ने मुझे कमप्लीट बेड रेस्ट की सलाह दी। इसी दौरान मैंने बिजनेस करने का फैसला लिया। मेरी फैमिली ने इस फैसले में साथ देकर मेरा कान्फिडेंस बढ़ाया। साथ ही मुझे सक्सेस का मंत्र बताते हुए कहा कि सफर में चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं, कितनी भी चुनौतियां सामने खड़ी हो, कभी कोशिश करना मत छोड़ना, रास्ते खुद-ब-खुद आसान हो जाएंगे।

बिजनेस में मिले नए-नए अनुभव

एक बड़ी फार्मासिटिकल कंपनी की डायरेक्टर श्रेष्ठा गोयल पुरुषोंं के वर्चस्व वाले इस क्षेत्र में आज कामयाबी की नई-नई कहानियां लिख देश की लाखों महिलाओं को आगे बढ़ने का साहस दे रही हैं। हालांकि एक साधारण महिला से एक  सफल कारोबारी बनने का उनका ये सफर कभी इतना आसान भी नहीं रहा। श्रेष्ठा अपने अनुभवों के आधार पर बताती हैं कि इस क्षेत्र में ज्यादातर पुरुष ही होते हैं और उनके साथ जब बिजनेस डील करनी होती है तो यह यकीन दिलाना कई बार मुश्किल हो जाता है कि मैं ही कंपनी की डायरेक्टर हूं और सारे फैसले मैं खुद ही लेती हूं।

जुनून से जागरुकता तक

जोखिम भरे कामों को अंजाम देने और रास्ते में आने वाली तमाम चुनौतियां को अपने साहस से पार करने का महिलाओं का यही जुनून अब समाज में जागरुकता लाने का भी काम कर रहा है। जिसकी बानगी बीते सालों में इंदौर में हुए आम चुनाव के दौरान देखने को मिली। जहां मतदान के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए वुमन एडवेंचर ग्रुप ने सेल्फ ड्राइव रैली का आयोजन किया। इस दौरान 90 से ज्यादा महिलाओं ने सेल्फ ड्राइव करके 180 किलोमीटर तक इंदौर के आसपास के गांव-गांव जाकर मतदान जागरुकता के लिए काम किया था।महिलाओं की ये मुहिम रंग भी लाई और मतदान में बीस फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई,जिसे लेकर इंदौर के तत्कालीन कलेक्टर लोकेश जाटव,जिला पंचायत सीईओ नेहा,इंदौर आरटीओ जितेंद्र रघुवंशी की मौजूदगी में मतदान के प्रति जागरुकता के लिए वुमन एडवेंचर्स ग्रुप का सम्मान भी किया गया।श्रेष्ठा गोयल एक ऐसी शख्सियत हैं जो ना सिर्फ अपने लिए बल्कि सोसायटी में बदलाव लाकर महिलाओं को बराबरी का दर्जा दिलाने के लिए भी प्रयासरत हैं। इसी सिलसिले में वो वाल्वोे कंपनी के साथ मिलकर इंदौर में जेंडर एक्वालिटी के लिए कार रैली का आयोजन भी कर चुकी हैं।

जैसी सूरत, वैसी सीरत : श्रेष्ठा अपनी सूरत की तरह ही सीरत की भी धनी हैं। वो लंबे समय से समाज सेवा और दूसरों की मदद का काम भी बड़ी खामोशी से कर रही हैं। 

किसी इंसान की असली पहचान मुश्किल वक्त में होती है। श्रेष्ठा ने भी कोरोना के इस संकट काल में इंसानियत का परिचय देते हुए मदद का हाथ आगे बढ़ाया। उनकी कंपनी ने अपनी जान जोखिम में डाल लोगों की हिफाजत में जुटे कोरोना वारियर्स पुलिसकर्मियों को मुफ्त में सेनेटाइजर मुहैया कराया। इसके साथ ही वो बीते दो महीनों से गरीब बस्तियों में गुजर-बसर करने वालों के लिए खाने के पैकेट का भी इंतजाम कर रही हैं। समाज के प्रति सराहनीय योगदान के लिए ग्रुप लीडर श्रेष्ठा गोयल को अलग-अलग मंचों पर कई बड़े सम्मानों से भी नवाजा जा चुका है। बिजनेस से लेकर कई अलग-अलग क्षेत्र में महिलाओं का प्रतिनिधित्व करने वाली श्रेष्ठा को हाल ही में वूमंस डे के अवसर पर टाइम्स ऑफ इंडिया की तरफ से भी सम्मानित किया गया था। वहीं श्रेष्ठा के मुताबिक आने वाले वाले समय में यह ग्रुप समाज में बड़े स्तर पर जागरूकता फैलाने के लिए ट्रैफिक अवेयरनेस प्रोग्राम, नो हार्न प्लीज,और वुमन सेफ्टी जैसे विषयों पर भी प्रशासन के साथ मिलकर काम करेगा।

बांग्लादेश बार्डर पर मनाया गणतंत्र दिवस

महिला सशक्तिकरण की दिशा में सराहनीय काम करने के लिए वुमन एडवेंचर ग्रुप के सदस्यों को बीएसएफ ने बांग्लादेश बार्डर पर आमंत्रित किया। इस दौरान बीसीएफ की टीम ने ग्रुप की सदस्यों का उनके साहसी कार्य के लिए सम्मान किया। इसके बाद ग्रुप की बीस महिला सदस्यों ने बीसीएफ की टीम के साथ इंडो-बांग्लादेश बार्डर पर गणतंत्र दिवस सेलिब्रेट किया। वहीं महिला एडवेंचर ग्रुप की सदस्यों ने इंदौर की फेमस नमकीन और मिठाईयां जवानों को भेंट की, जो उन्हें काफी पसंद आई।

एडवेंचरस वुमन ग्रुप की मेंबर्स इंडो बांग्लादेश बॉर्डर यात्रा के लिए इंदौर के देवी अहिल्या एयरपोर्ट पहुंची,तो एयरपोर्ट ऑथॉरिटी अयमा सनयाल ने खुद ग्रुप की जांबाज महिलाओं का स्वागत किया और जवानों के लिए संदेश भेजा।इंडो-बांग्लादेश बार्डर पर आयोजित इवेंट्स में श्रेष्ठा ने सेना के जवानों को इंदौर की खासियत से रूबरू कराया और हर से जु़ड़ी कई दिलचस्प जानकारियां शेयर की।

इस दुनिया में ऐसी कम ही महिलाएं हैं जो शादी के बाद अपने पैशन को प्रोफेशन बनाने का साहस दिखाते हुए रिस्क उठाती हैं और फिर उस प्रोफेशन में ट्रेंड से हटकर कुछ नया कर जाती हैं। कुछ अलग करने का यही जुनून जब मुकाम पर पहुंचता है तो लंबे समय तक जमानेभर में उनकी मिसालें दी जाती हैं और पूरी दुनिया उनके जज्बे को सलाम करती है। श्रेष्ठा भी एक ऐसी ही शख्सियत हैं, जो इंदौर और मध्यप्रदेश का मान आज पूरे देश में बढ़ा रही हैं।

पॉजिटिव इंडिया की कोशिश हमेशा आपको हिंदुस्तान की उन गुमनाम हस्तियों से मिलाने की रही है जिन्होंने अपने नए तरीके से बदलाव को एक नई दिशा दी हो और समाज के सामने संभावनाओं की नई राह खोली हो। हर रोज आपके आसपास सोशल मीडिया पर नकारात्मक खबरें और उत्तेजना फैलाने वाली प्रतिक्रियाओं के बीच हमारी कोशिश रहेगी कि आप तक समाज के ऐसे ही असल नायक/नायिकाओं की Positive, Inspiring और दिलचस्प कहानियां पहुंचाई जा सकें, जो बेफिजूल के शोर-शराबे के बीच आपको थोड़ा सुकून और जिंदगी में आगे बढ़ने का जज्बा दे सकें।

श्रेष्ठा के वुमन एडवेंचर ग्रुप से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें

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1 Comments

  1. john wick December 10, 2020

    Way cool! Some very valid points! I appreciate you writing this write-up and also the rest of the website is also very good. Phaedra Ashbey Magdau

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